
-शालीमार पेन्टस लि॰ 1901 में आयी थी 63 लाख रूपये
लेकर ।
-बाटा इण्डिया लि॰ 1930 में आयी 70 लाख रूपये लेकर।
-हिन्दुस्तान लीवर लि॰ 1931 में आयी 24 लाख रूपये
लेकर ।
-युनियन कार्बाईड इण्डिया लि॰ 1934 में आयी 8.36
करोड रूपये लेकर ।
-कालगेट-पामोलिव1937 में आयी 1.5 लाख रूपये लेकर ।
-जॉफ्रीमैन कंपनी लि॰ 1943 में आयी 5 लाख रूपये लेकर!
-हिन्दुस्तान सीबा गायगी लि॰ 1947 में आयी 4.57
करोड रूपये लेकर।
-जर्मन रेमेंडीज लि॰ 1949 में आयी 64 लाख रूपये लेकर।
-जॉन्सन एन्ड जॉन्सन लि॰ 1957 में आयी 24 लाख रूपये
लेकर।
-ऑडको इण्डिया लि॰ 1961 में आयी 12 लाख रूपये
लेकर।
-नीडल रोलर बेअरिंग कंपनी 1965 में आयी 10 लाख
रूपये लेकर।
...यह कम्पनियाँ हमारे देश में कुछ रूपये लेकर आयी थी और
आज हमारे देश में करोडों रूपये कमा रही हैं।
हिन्दुस्तान यूनिलिवर एक साल में 1500 करोड रूपये
विज्ञापन पर खर्च कर देती हैं। अब आप आसानी से समझ गये होगे की वो इतने रूपये
विज्ञापन पर खर्च कर रही हैं तो उसकी कमाई
कितनी होगी?
Category: news | Dipesh Chattree | Posted on: 24/08/2013
Keywords: foreign companies came to india to make big profit, why india is a profit making place for foreign investors
Posted by: Dipesh Chattree | Posted on: 24/08/2013 | Views: 3911 |
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